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योग और स्वास्थ्य ः( वार्षिक लेखन प्रतियोगिता)


विषय ःयोग और स्वास्थ्य
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लेख ःयोग और स्वास्थ्य


आज के समय में योग( yoga) बहुत ही अधिक जनलोकप्रिय  है।

शरीर को स्वस्थ और निरोगी रखने का यह एक बहुत ही बेहतरीन माध्यम है।

इसके लोकप्रिय होने का यह भी एक कारण है कि पहले के मुकाबले में आजकल लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा ही जागरूक हो गए हैं।

आज की अव्यवस्थित दिनचर्या, खानपान, दूषित हवा, भोजन और पानी, भागमभाग वाली जिंदगी और तनाव.... इन सबका एक निवारण है वह है नियमित रूप से योगासन करना ताकि लंबे समय तक हम स्वस्थ रह सकें।
योग एक नैसर्गिक इम्यून बूस्टर की तरह है जिससे हमें सिर्फ लाभ ही होता है और साइड इफेक्ट कुछ भी नहीं है।

अब सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि योग है क्या?
योग का सामान्य अर्थ होता है -जोड़।

किसका जोड़?शरीर और मन का जोड़।

मन क्या है?मन ही हमारी जिंदगी का सबसे प्रमुख सूत्रधार है।
एक कहावत भी हैः मन चंगा तो कठौती में गंगा।
इसका सीधा सा अर्थ यह होता है कि जब हमारा मन उर्जावान रहता है तो हम स्वस्थ और प्रफुल्लित रहते हैं।
मन गिर गया तो तमाम तरह के मानसिक बीमारियां, तनाव, अवसाद और अन्य रोगों की शुरुआत हो जाती है।


योग के नियमित अभ्यास से शरीर और मन दोनों ही निरोगी और बलवान हो जाते हैं।

योग भारत की बहुत ही पुरानी पद्धति है।
योग की शुरुआत महर्षि पतंजलि ने अपनी पुस्तक ,,योगसूत्र,, में किया था जिसे पातंजल योगसूत्र के नाम से भी जाना जाता है।

महर्षि पंतजलि ने योग के आठ अंगों को माना है।ये हैं--यम,नियम, आसन,प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि।

इनमें से प्रथम पाँच को स्थूल योग कहते हैं जिनका मुख्य ध्येय शरीर को अनुशासित करने के लिए किया जाता है।

अंतिम तीन धारणा, ध्यान और समाधि मन को स्वस्थ और एकाग्र करने के लिए माना गया है।

जैसा कि विभिन्न योगगुरु कहते हैं कि योग में भयंकर बीमारियों के भी निवारण की शक्ति होती है।
यह कैसे होता है?इसे एक उदाहरण से समझते हैं।
गंदे कपड़े को हम साफ करने के लिए हम इसे पानी और साबुन में डालकर पटकते हैं ताकि कपड़ों के रेशे में फँसी गंदगी बाहर आ जाए।
उसी प्रकार योग के विभिन्न आसन हमारे शरीर के नसनाड़ियों का शोधन करते हैं।जिससे हमारे शरीर के भीतर के दूषित पदार्थों का शोधन हो जाता है।

लेकिन यह एक दिन में नहीं हो सकता। रोम एक दिन में नहीं बना उसी प्रकार इसका निरंतर  अभ्यास करना होगा।बल्कि यह कहें कि इसे अपना स्वभाव बना लेना होगा, तभी इसके सुखद परिणाम मिलेंगे।

योग को हम सबको अपनाना होगा ।हमारे बच्चों को तो जरूर ही योग सिखलाना चाहिए ताकि  ये नई पीढी स्वस्थ और निरोगी रहे।


योग स्वास्थ्य की कुंजी है,यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी।

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सीमा..✍️🌹
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5 Comments

Zakirhusain Abbas Chougule

07-Mar-2022 06:46 PM

Very nice

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Gunjan Kamal

07-Mar-2022 08:04 AM

बहुत खूब मैम

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Seema Priyadarshini sahay

07-Mar-2022 05:14 PM

थैंक्स मैम🙏🍫

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Mohammed urooj khan

07-Mar-2022 12:15 AM

बोहोत खूब

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Seema Priyadarshini sahay

07-Mar-2022 01:06 AM

आभार आदरणीय

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